मज़ेदार मनोवैज्ञानिक परीक्षण: क्या आपके अंदर कोई छोटा सा शैतान रह रहा है?
लोगों के बीच अंतर स्वर्गदूतों और शैतानों के आकार में निहित है। यदि देवदूत बड़ा है और शैतान छोटा है, तो मन स्वस्थ होगा; यदि देवदूत छोटा है और शैतान बड़ा है, तो मन अस्वस्थ होगा। वक़्त में भी बँटवारा है, एक पल फरिश्ता है, एक पल शैतान है। जब देवदूत प्रकट होता है, तो सब कुछ अच्छा होता है; जब शैतान प्रकट होता है, तो सब कुछ बुरा होता है। यह सीमावर्ती व्यक्तित्व की विशेषता है। आओ खुद को परखें.