लेखन भी मानव प्रकृति को दिखा सकता है
लिखावट लोगों को अपने विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने और उनकी सोच को संवाद करने का एक साधन है, और मानव शरीर की जानकारी का वाहक भी है। यह मस्तिष्क में अवचेतन मन की एक स्वाभाविक अभिव्यक्ति है, इसलिए लेखन मानव प्रकृति को दिखा सकता है।